फैक्ट चेक: अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ के इवेंट में हुए लाठीचार्ज का वीडियो फर्जी दावे के साथ वायरल, जानिए इसकी सच्चाई?

अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ के इवेंट में हुए लाठीचार्ज का वीडियो फर्जी दावे के साथ वायरल, जानिए इसकी सच्चाई?
  • लाठीचार्ज का वीडियो फर्जी दावे के साथ वायरल
  • अक्षय कुमार-टाइगर श्रॉफ के इवेंट का है वीडियो
  • यहां जानिए इस वायरल वीडियो की पूरी सच्चाई

डिजिटल डेस्क, भोपाल। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर काफी बवाल मचा हुआ था। उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद इसे दोबारा से कराए जाने का फैसला लिया गया। इस बीच मामले से जुड़े कई तरह के फर्जी दावे सोशल मीडिया पर किए जा रहे थे। अब एक बार फिर से पुलिस की ओर से किए जा रहे लाठी चार्ज का एक वीडियो फर्जी दावा के साथ वायरल किया जा रहा है। इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि युवाओं की ओर से नौकरी मांगने पर पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज किया है।

क्या हो रहा है वायरल?

दरअसल, महेश गर्ग नाम के एक फेसबुक यूजर ने बीते मंगलवार (27 फरवरी) को एक वीडियो अपलोड किया। इस वीडियो को शेयर करते हुए यूजर ने दावा किया, "कावड़ लाओगे तो, फूल बरसाएंगे। नॉकरी मांगोगे तो, लठ बरसायेंगे। आइये, रामराज्य UP में आपका स्वागत है।" यूजर की ओर से शेयर किए गए इस पोस्ट को सच मानकर अन्य लोग भी इसे अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर खूब शेयर कर रहे हैं। लेकिन हमारी जांच में इस वीडियो का दावा फर्जी साबित हुआ है।

कैसे पता चली सच्चाई?

इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने इसे ध्यान से देखा। जिसके बाद हमें वीडियो में न्यूज ट्रैक डॉट कॉम लिखा हुआ दिखाई दिया। जिसके बाद हमनें न्यूज ट्रैक डॉट कॉम के ऑफिशियल सोशल मीडिया पेज पर इस वीडियो को खोजा। जहां हमें यही वीडियो मिला। जिसे सोमवार (26 फरवरी) को अपलोड किया गया था। इसके कैप्शन में लिखा था, "फिल्म बड़े मियाँ छोटे मियाँ के प्रमोशन के लिए राजधानी लखनऊ पहुँचे अभिनेता अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ के कार्यक्रम में हुई भगदड़। पुलिस ने किया लाठीचार्ज।"

इसके बाद हमनें फिल्म प्रमोशन के कार्यक्रम में हुए लाठीचार्ज के बारे में पता लगाया तो हमें यही वीडियो अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स मिला। जिसमें बताया गया था कि यह वीडियो फिल्म बड़े मियाँ छोटे मियाँ के प्रमोशन कार्यक्रम के दौरान का ही है। यहां तक की यूपी तक के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर भी इस वीडियो को अपलोड किया गया था। जिसमें भी इस वीडियो को फिल्म प्रमोशन कार्यक्रम के दौरान हुए भगदड़ और लाठीचार्ज का बताया गया है। इससे यह साबित हो गया कि सोशल मीडिया पर वायरल यह दावा फर्जी है।

Created On :   28 Feb 2024 11:56 AM GMT

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